Har Nashe Ka Naam Sharab Nahi Hota

Har Nashe Ka Naam Sharab Nahi Hota ( हर नशे का नाम शराब नहीं होता )

Har Nashe Ka Naam Sharab Nahi Hota
हर नशे का नाम शराब नहीं होता । 

Sampooran Singh Kalra सम्पूरन सिंह कालरा जो की अपने कलम के नाम Gulzar (गुलज़ार) से ज्यादा जाने रहे हैं। इनको प्रेम से लोग गुलज़ार साहब कहके सम्बोधित करते हैं । गुलज़ार साहब का जन्म दीना शहर जो की झेलम डिस्ट्रिक्ट पंजाब में आता हैं जो वर्त्तमान समय में पाकिस्तान में हैं ।

ये कई प्रतिभाओ के धनि हैं। इनका नाम आपने बहुत सुना होगा, ये एक कामयाब निर्देशक, गीतकार, और कवी रह चुके हैं।

गुलजार साहब कविताये मुख्य रूप से हिंदी , उर्दू और पंजाबी भाषा में लिखते हैं । गुलजार साहब ने हिंदी में भी ब्रज भाषा, खड़ी बोली, हरयाणवी और मारवाड़ी में भी अपने लेखन का जादू बिखेरा हैं । आपको अवशय पड़ना चाहिए इनकी कविताओं को । हम जल्द ही इनकी प्रसिद्ध रचनाओं को हमारी वेबसाइट 99diget.com पे प्रकाशित करेंगे।

इनकी अनगिनत लाजवाब रचनाओं में से ये एक रचना “हर नशे का नाम शराब नहीं होता” हम आपके लिए लेके आये हैं।

हमे पूरी उम्मीद हैं की ये दिल को छू लेने वाली कविता आपको पसंद आएगी और आप इसे अपने मित्रो और सगे सम्बन्धियों के साथ share अवश्य करेंगे।

ऐ उम्र !
कुछ कहा मेने..
तू छीन सकती है बचपन मेरा..
पर बचपना नहीं !!

A Umra!
Kuch Kaha mene..
Tu Cheen sakti hain bachpan mera..
Par bachpana nahi..

हर बात का कोई जवाब नहीं होता..
हर इश्क़ का नाम खराब नहीं होता ..
यूँ तो झूम लेते हैं नशे में पीने वाले..
मगर हर नशे का नाम शराब नहीं होता ..

Har baat ka koi jawab nahi hota..
Har Ishq ka naam kharab nahi hota..
Yu to jhum lete hain nashe me peene wale..
Magar har nashe ka naam sharab nahi hota..

खामोश चेहरे पर हज़ारों पहरे होते हैं..
हंसती आखों में भी ज़ख्म गहरे होते हैं..
जिन से अक्सर रूठ जाते हैं हम..
असल में उनसे ही रिश्ते गहरे होते हैं ..

Khamosh chehre par hajaaro pehre hote hain ..
hasti aankhon me bhi jhakam gehre hoten hain..
jin se akshar ruth jaate hain hum…
asal me unse hi rishte gehre hoten hain..

किसी ने खुद से दुआ मांगी..
दुआ में अपनी मौत मांगी..
खुदा ने कहा, मौत तो तुझे दे दूँ मगर ..
उसे क्या कहूँ जिसने तेरी ज़िन्दगी की दुआ मांगी ..

Kisi ne khud se dua maangi..
Dua me apni maut mangi..
khuda ne kaha, maut to dujhe de du magar..
use kya kahun jisne teri jindagi ki dua mangi..

हर इंसा का दिल बुरा नहीं होता..
हर इंसान भी बुरा नहीं होता..
बुझ जाते हैं दीये कभी तेल की कमी से भी ..
हर बार कुसूर हवा का नहीं होता !!!

har insaan ka dil bura nahi hota..
har insaan bhi bura nahi hota..
bhujh jaaten hain diye kabhi tel ki kami se bhi..
har baar kasur hava ka nahi hota !!!

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